परी भी तालिया बजाने लगी थी । संध्या राज से बोली " जल्दी आगे आईए राज अब आपकी बारी । " राज ने पट्टी बंधवाई और गेम शूरू हो गया । परी की शरारतें भी कुछ कम नही थी । कभी वो राज को पीछे से मारकर भागती , तो कभी उसके टांगों के बीच से निकलकर भाग जाती । जानकी का दुपट्टा पौधे में अटक गया जिसे निकालने के चक्कर में वो पकडी गयी । सच तो ये था की राज ने चींटिंग की थी । राज ने जानकी के आंखों पर पट्टी बांधी और उसे घुमाते हुए बोला