मैं पापन ऐसी जली--भाग(११)

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कमलकान्त जब शान्त हो गया और सरगम से कुछ ना बोला तो सरगम उससे बोली... "क्या हुआ कमलकान्त बाबू!कहिए ना कि क्या बात है?" "जी!आप बिना बात सुने ही आगबबूला हो रहीं हैं,जब बात सुन लेगीं तो तब ना जाने क्या होगा"?, कमलकान्त बोला... कमल की इस बात पर सरगम मुस्कुरा कर बोली.... "ऐसी कौन सी बात है जिसे सुनकर मुझे गुस्सा आ जाएगा", "जी!रहने दीजिए",कमलकान्त बोला... "कमलकान्त बाबू!आप कहिए ना!,मैं आपसे वादा करती हूँ कि मैं गुस्सा नहीं करूँगी",सरगम बोली... तब हिम्मत करके कमलकान्त बोला.... "मैं ये कहना चाहता था कि आपका आदेश से नजदीकियांँ बढ़ाना ठीक नहीं,कहीं ऐसा