विश्वगुरू इसी नाम से जाना जाता है हमारा देश भारत। और इसका प्रमुख कारण है यहां पर जन्म लेने वाले महान संत..... जिन्होंने न सिर्फ मातृभूमि भारत में बल्कि भारतवर्ष के बाहर पूरी दुनिया में ज्ञान, ध्यान, त्याग और योग का परचम लहराया है। कई महान संतों और योगियों की जन्मभूमि होने के कारण ही इसे संतो की भूमि भी कहा जाता है।प्राचीन काल से ही नालंदा विश्वविद्यालयो और महर्षि वाल्मीकि से लेकर संत तुलसीदास और वर्तमान के संतो ने भारत के आध्यात्मिक और सामाजिक ढांचे को सुधारने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है। ऐसे ही महापुरुषों में से