गायत्री गर्म तेल में गुजिया डालते हुए बोली " अच्छी बात हैं फिर तो दाल चावल, रोटी सब्जी सब हाथ में लेकर ही खाना । " उसकी बातों पर दिशा हंसने लगी । इसी बीच उसके फ़ोन की बेल बजी । नंबर देखकर दिशा की आंखें बडी हो गयी । " क्या हुआ किसका फ़ोन हैं ? " गायत्री ने पूछा तो दिशा खुद को नोर्मल करते हुए बोली " वो भाभी हमारी दोस्त का । तबियत खराब थी न इसलिए कालेज नही आई । शायद नोट्स के लिए फ़ोन किया होगा । " ये बोल दिशा किचन से बाहर