श्री चैतन्य महाप्रभु - 14

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वाराणसी में मायावादी संन्यासी प्रकाशानन्द द्वारा प्रभु की निन्दा मार्ग में पड़ने वाले गाँवों एवं नगरों को कृष्णप्रेम की बाढ़ में डुबाते हुए श्रीमन्महाप्रभु मायावादियों की नगरी वाराणसी पहुँचे। महाप्रभु जब मणिकर्णिका घाट में स्नान कर रहे थे, उस समय तपन मिश्र ने वहाँ पर प्रभु का दर्शन किया। पहले गृहस्थलीला के समय जब प्रभु बंगदेश की यात्रा पर गये थे, वहाँ पर उन्होंने तपन मिश्र पर कृपा की थी तथा उसे काशी में रहने का आदेश दिया था तथा यह भी कहा था कि मैं तुमसे वहीं मिलूँगा। अतः आज तपन मिश्र ने प्रभु को पहचान लिया। उन्होंने पहले