आज से कई हजार वर्ष पूर्व ईरान देश अनेक दुराचारों के अंधकार से ढका था। इसी देश में राजघराने से सम्बद्ध एक माँ से स्पितमा (Spitama) नाम का बच्चा पैदा हुआ। स्पितमा बचपन से ही इतने मेधासम्पन्न और तीव्र बुद्धि थे कि उनके प्रश्नों के सामने उनके पिता भी नतमस्तक हो जाते थे। उनका पन्द्रह वर्ष की आयु में विवाह कर दिया गया; परन्तु कुछ ही दिनो के बाद उन्हें ऐश्वर्य भरे गृहस्थी से वैराग्य हो गया और वे अपनी नवयुवती पत्नी तथा ऐश्वर्य छोड़कर विरक्त हो गये।‘स्पितमा’ पन्द्रह वर्षो तक साधना में लगे रहे, और तब उन्हें ज्ञान एवं