18 वर्ष की राम कली पहली बार अपने जीवन में अपने पिताजी से बहुत नाराज हुई थी, क्योंकि वह बेटियों से ज्यादा अपने बेटो को उस दिन महत्व देते हैं। इसलिए राम कली की मां राम कली की नाराजगी अपने पिता के खिलाफ कम करने के लिए। नारी शक्ति को समझाने के लिए पुराणों की एक पुरानी कथा राम कली को सुलाती है। उस कथा के अनुसार स्त्री पुरुष दोनों समान होते हैं। राम कली की मां राम कली को पुराणों की पुरानी कथा सुनाती है कि भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप का अर्थ है कि आधा स्त्री और आधा