यह कहानी है एक जुआरी पुलिस अधिकारी, अर्जुन, की, जिसने एक रेल यात्रा के दौरान अनोखे संघर्षों का सामना किया। अर्जुन का दिल इस सालाना अंधा-धुंध पानी तेल की तरह तेज धड़क रहा था, क्योंकि यह उनकी पहली बहुत लंबी रेल यात्रा थी और वह अपनी मनचाही रेल कार की खोज में था।अर्जुन ने अपनी यात्रा की तारीख तय की और ट्रेन टिकट खरीद लिए। ध्यान रखते हुए कि वह सुरक्षित रहें, उन्होंने ट्रेन यात्रा के नियमों को जानने का प्रयास किया और अपनी सामग्री को अच्छी तरह से पैक किया। वह अपने पुराने मित्र सीट पर मिलने के लिए