साथ जिंदगी भर का - भाग 42

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कुंवर जी कौन कहां जा रहा है कैसा फैसला आस्था जो जल्दी से दौड़कर आई थी उसने कहा सब उसके और देखने लगे सॉरी सॉरी हम लेट हो गए लेकिन पता नहीं हमें कैसे इतनी नींद आ गई आस्था को बुरा लग रहा था वह इतनी देर से जो सो रही थी उसने होंठों का पाउट बनाते हुए सबकी तरफ देखा आस्था चलिए डिनर करते हैं आपको भूख लगी है ना एकांश उसे फिलहाल कुछ बताना नहीं चाहता था हां ........ बहुत भूख लगी है कुंवर जी लेकिन पहले बताइए कौन कहां जा रहा है ? ? ? आस्था ओह