नैया सामाजिक उपन्यास दूसरा भाग शरोवन तब दुलारे चाय का पानी रखने चला गया और सुधा पुन: अपने बालों को सुखाने लगी । दुलारे सुधा के घर का नौकर था और उम्र में वह उसके पिता से भी काफी बड़ा था । सुधा को उसने गोद में खिलाया था । वह एक लम्बे समय से सुधा के घर मेँ नौकरी कर रहा था । वह चाय बनाने में लीन था और सुधा अपने बालों को शीघ्र ही सुखा लेना चाहती थी । इसलिए उन्हें खुले छोडकर वह बाहर घर की गैलरी में आ गई । पर वहाँ से अपने पिता