प्यार का बुख़ार - 3

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आग की लपटों ने अवारा रूहों को जलाया,प्यार का बुख़ार दिलों में बढ़ाया।इस अद्भुत मोहब्बत की कहानी में,एक नया अध्याय आज हम लिखेंगे हम ज़रा आगे।श्यामली रंग की रात के आँगन में,दो आवारे दिल मिल गए थे।उनके नज़दीकी आत्मा में,प्यार का बुख़ार अंधेरे से उजाले तक चढ़ गया था।आदित्य के आँखों में छुपा था तारा,सूरज की तरह चमकता था वो।कामना से भरी आंखों ने जगा दिया था,सबको बेख़ौफ़ बना दिया था।कविता की हंसी ने सब को लुभाया,वो हंसी की चमक आईं थी।उसकी ख़ुशी और आदित्य के आवेग की ताल में,ये प्यार की दास्तान बन गई।ख़्वाबों की दुनिया में बसते थे