एक दुआ - 26 - अंतिम भाग

  • 2.9k
  • 2
  • 1.5k

26 सब कुछ कह कर वह थोड़ा तो हल्की हो जाएगी । उसके मन हर एक बात कहेगी कि कैसे बिताये उसके बिना दिन, कितने दुख उठाए, कितने सुख पाये? उसे सब कहना ही होगा नहीं तो वह मर नहीं जाएगी और उससे अभी मरना नहीं है उसे जीना है मिलन के लिए और हां मिलन के ही साथ जीना है | हे ईश्वर उसके मन से निकली अचानक के बाद क्या पूरी होगी ही ईश्वर उसकी सारी मनोकामना पूरी करते हो तो क्या आज यह गली में मनोकामना पूरी करोगे हाँ मिलन के साथ ही अब आगे का जीवन