भाग 115 पुरवा की इच्छा पूरी करने के लिए सब कटास राज मंदिर पहुंच गए। शाम चार बजते बजते वो मंदिर के प्रांगण से कुछ ही दूर थे। वैन को मंदिर से काफी पहले ही रोकना पड़ा। आगे गाड़ी नही जा सकती थी। अमन ने वैन में साथ लाई व्हील चेयर निकलवाई और पुरवा को उस पर बिठा कर सभी के साथ अंदर मंदिर की ओर आ गया। अब हिंदू मंदिर था तो ना तो उसका ज्यादा काया कल्प किया गया था। शायद भारत माता के दिल को घायल कर के बने इस देश ने एक नालायक बेटे की भांति