आयुष्मान के साथ विजय राज शब्द सुन कर पूरा हॉल स्तब्ध था। आयुष्मान को अपने कानों पर यक़ीन ही नहीं हो रहा था कि जिसे वह आज तक इस अनाथाश्रम का भगवान मानता था, उसी इंसान ने उसका और उसकी माँ का जीवन बर्बाद किया है। आयुष्मान ने उस दिन सब कुछ सुन लिया था लेकिन वह विजय राज का नाम ना सुन पाया था और सुहासिनी से वह नाम पूछने की हिम्मत उसमें नहीं थी। तालियों की आवाज़ अब थम-सी गई थी, उसका स्थान सन्नाटे ने ले लिया था। बड़े-बड़े राजनेता हैरान थे। विजय राज की पत्नी और बच्चे