भाग 84 अमन मुखिया के पैरो पर अपना सिर रक्खे हुए बोला, "मुझसे गलती हो गई भाई जान..! रहम कर दीजिए। बक्श दीजिए।" वो मुखिया बोला, "तू मुसलमान है ना..!" अमन से उसके पैरों से सिर उठा कर जल्दी से "हां" में हिलाया। मुखिया बोला, "कोई बात नही। अभी दूध का दूध, पानी का पानी हुआ जाता है।" फिर एक आदमी से बोला, "भाई जान… मुसलमान है। उतार दो रे … इसकी पैंट। देखो जरा इसकी बात में कितनी सच्चाई है।" मुखिया की इस बात पर सभी हा… हा .…कर के हंस पड़े। फिर एक ने अमन को उठाया और