भाग 66 करीब चालीस किलोमीटर के सफर के बाद वो अपनी मंजिल के करीब थे। शाम का धुंधलका फैल रहा था। जब मोटर साजिद मियां के नानी के घर के करीब पहुंची। मोटर एक छोटी पहाड़ी की शुरुआत में दोनो ओर कटे संकरे रास्ते से हो कर आगे बढ़ने लगी। पुरवा अशोक और उर्मिला हैरान थे कि ये कैसा घर है..! एक छोटी पहाड़ी को ही काट कर उसमे एक आलीशान घर बनाया गया था। जो बाहर से ही बेहद आलीशान नजर आ रहा था। पहाड़ी की शुरुआत में बगीचा था। जैसे जैसे उसकी ऊंचाई बढ़ने लगी वैसे वैसे उसकी