भाग 52 अब इस समय तक सलमा, उर्मिला, अशोक और साजिद सब का पूरा ध्यान उस मूंगफली वाले की ओर आकृष्ट हो गया था। सब उसके आगे बोलने का इंतजार कर रहे थे। उसने जो कुछ बताया वो सब के दिल को भीतर तक छू गया। "साहब मेरा एक ही बेटा था। बड़ी मन्नतों के बाद उसे भगवान की कृपा से पाया था। वो था भी ऐसा बचपन से ही देखने में कि सब का दिल चुरा लेता एक बार मिलने पर ही। इस कारण मन मोहन रक्खा था उसकी अम्मा ने।" इतना बताते बताते वो जैसे सचमुच ही अपने