भाग 41 चाची कट्टर सनातनी थीं। उन्हें दूसरे धर्म के लोगों से खासी चिढ़ थी। वैसे तो वो उर्मिला अशोक की बहुत पसंद करती थीं। अपने सगे बेटे बहू से कम नहीं समझती थीं। उनके मान सम्मान देने से सदा खुश रहती थी। पर उर्मिला और अशोक का उनसे दोस्ती करना, उनके घर आना जाना, अपने बर्तनों में खिलाना पिलाना बिलकुल पसंद नहीं था। चाची का इच्छा का ही मान रख कर उर्मिला ने अपने जैसे ही बरतन उन लोगों के लिए भी अलग निकाल रक्खा था, जिससे किसी को महसूस नही हो की उन्हें अलग बरतनों में दिया जा