भाग 23 अब नाज़ के सब्र का बांध टूट गया। वो आरिफ के गले लग कर रो पड़ी। रोते रोते बोली, "आरिफ…! मुझे अम्मी अब्बू और पुरवा की याद आ रही है। सब मुझे छोड़ कर चले गए। मैं पुरवा को रोक रही थी पर वो रुकी नहीं। बोली.. उसकी अम्मा नही मानेगी।" नाज के रोने की वजह जान आरिफ हंस पड़ा। और नाज़ को समझाते हुए बोला, " क्या.. नाज़ तुम बच्ची वाली हरकत कर रही हो। लड़कियां तो कितनी दूर दूर ब्याह के जाती है। जहां से जल्दी आना जाना नही हो पाता। अब सलमा दादी खाला को