नालायकबेटा, हमारा एक्सीडेंट हो गया है, मुझे तो ज्यादा चोट नहीं आई लेकिन तेरी माँ की हालत गंभीर है, कुछ पैसों की जरुरत है और तेरी माँ को खून भी देना है... पैसठ साल के सोहन जी ने अपने बडे बेटे से फोन पर कहापापा, मैं बहुत व्यस्त हूं, आजकल, मेरा आना नही हो सकेगा। मुझे विदेश मे नौकरी का पैकेज मिला है तो उसी की तैयारी कर रहा हूँ। आपका भी तो यही सपना था ना, इसलिये हाथ भी तंग चल रहा है, पैसे की व्यवस्था कर लीजिए मैं बाद मे दे दूंगा, उनके बडे इंजिनियर बेटे ने जबाब