भाग 6 यश- ये जो कुछ भी हो रहा है तुम्हारे कारण हो रहा है प्रणिता। प्रणिता- मेरे कारण ? मेरे कारण क्यों हो रहा है ? तुशार- तुमने उन डॉक्यूमेंट को चुराया और अब ये सब हो रहा है। प्रणिता- मुझे किसी ने मेरे हुनर के कारण काम दिया, उसका पैसा दिया। मैंने तो बस अपना काम किया है। यश- पर हो तो तुम ही सारी मुसीबत की जड़। प्रणिता- यहां सभी अपने-अपने कारणों से खड़े हैं। ठीक है मैंने डॉक्यूमेंट चुराए, पर तुमने इस मामले को तुल क्यों दिया, क्योंकि तुम्हें भी कहा गया था। अनिकेत ने मेरा