प्राकृतीक सोंदर्य से परिपूर्ण शिव मंदिर एक छोटे से पहाड़ पर बसा हुआ था ..... पारम्पारिक और आधुनिक वास्तु का उत्कृष्ट एग्ज़ाम्पल ..... 300 सीढियों को चढ़कर मंदिर मे जाना होता था .. वैसे तो वहा लिफ्ट की भी arrangement थी ..... बट जिसकी उसकी चोईस उन्हे कैसे जाना हैं एक दुसरे का हाथ थामे आस्था और एकांश मंदिर आ चुके थे ..... घर के सभी बड़े ऑलरेडी उपर जा चुके थे .. सभी यंगस्टर्स ने सीढ़ियों से ही जाने का सोचा .. . रुद्र एकांश और आस्था का ही इंतजार कर रहा था ..... चलिये .... फाइनली आप दोनो