एक जगह (नाम तिलसवा उत्तर प्रदेश का छोटा सा गाँव) कुछ औरते आपस में बाते कर रही थी या शायद किसी कि बुराई वो भी किसी के घर कि बहुरिया के बारे मा,,,, एक औरत अरे सुनो कमलिया के री अम्मा बहुते गजब हुई गवा ऊ रमेशवा कि रे बहुरिया अपनॆ हि मरदवा का बीच सभा मा" तपड" मार दिहिस सारी सभा बस देखत हि रह गईन, उस एक थप्पड़ कि गूंज से स्तब्ध से सभईन लोग बैठी कि बैठी रह गईन l "का साची "ऊ दुसरी औरत अपनी बड़ी बड़ी आखो को और बड़ा करते हुये कहती ! जे