[ शिवाजी महाराज और समाज सुधार ]सती प्रथा पर प्रतिबंधइस प्रथा के अनुसार पति का अवसान होने पर पत्नी भी स्वेच्छा से पति के साथ ही जल जाती थी। इतिहासकारों के अनुसार यह प्रथा चौथी सदी से प्रारंभ हुई। माना जाताहै कि अगर किसी पुरुष की एक से अधिक पत्नियाँ होतीं, तो उनके बीच स्पर्धा सी हो जाती कि सती कौन होगी।कुछ विद्वानों के अनुसार सती प्रथा केवल उच्च वर्ग में या स्वयं को प्रतिष्ठित मानने वाले बड़े लोगों में प्रचलित थी। सामान्य वर्ग के लोगों में या निम्न वर्ग में इसका प्रचलन नहीं था। कुछ इतिहासकारों के अनुसार यह