इस पर्व पर स्त्रियां शिव जी और गौरा की पूजा करती हैं। पूजा करते हुए दूब से पानी के छींटे देते हुए गीत गाती हैं :- गौर गौर गोमती ईसर पूजे पार्वतीपार्वती का आला-गीला , गौर का सोना का टीकाटीका दे , टमका दे , बाला रानी बरत करयोकरता करता आस आयो वास आयोखेरे खांडे लाडू आयो , लाडू ले बीरा ने दियोबीरो ले मने पाल दी , पाल को मै बरत करयोसन मन सोला , सात कचौला , ईशर गौरा दोन्यू जोड़ाजोड़ ज्वारा , गेंहू ग्यारा , राण्या पूजे राज ने , म्हे पूजा सुहाग नेराण्या को राज बढ़तो