वक़्त ने किया ये केसा सितम

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शीर्षक = वक़्त ने किया ये केसा सितममनोरमा ये गलत होगा, मैंने अपने भाई समान दोस्त से वायदा किया था कि मेरी बेटी ही उसके घर की बहु बनेगी,धुर्व और तारा भी तो बचपन से साथ खेल कूद कर बढ़े हुए है, अब इस तरह उन्हें कैसे जुदा कर सकते है, सारा शहर जानता है कि मैंने और मेरे स्वर्गवासी दोस्त धनंजय ने एक दुसरे की सहमति से ध्रुव और तारा की जिंदगी का फैसला उनके बचपन में ही कर दिया था, की तारा अगर किसी के घर की बहु बनेगी तो वो धनंजय शिकावत का घर होगा " अपनी