(कैंसर जागरूकता पर केन्द्रित उपन्यास) डॉ. मधुकांत ————————————— पात्र परिचय - सलोनी - छुटकी दीदी भाग्या - बड़ी बहन ज्योत्सना - माँ अमर - भाग्या का पति देवी सहाय - नाना शारदा देवी - नानी सीताराम - माँ का चचेरा भाई सुकांत बाबू - नायक बिमला - सुकांत बाबू की माँ सिमरन - छुटकी की सहेली बबुआ, बेबी - भाग्या के जुड़वाँ बच्चे अग्रवाल साहब व वीणा - ज्योत्सना के पड़ोसी ——————————————————————————————- - 1 - प्रत्येक बार रविवार का दिन उबाऊ लगने लगा तो सलोनी अपनी चित्रकला में मस्त रहने लगी। इससे समय का सदुपयोग हो जाता और धीरे-धीरे उसके