स्वास्थ्य सम्बन्ध बाते.....

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मौसमी भावात्मक विकार को दुर करती है रेड लाईट थेरैपी......शरीर में जरुरी हार्मोन कि कमी के कारण व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार होता है.... थकान और वजन बढने की शिकायत होती है... इसके उपचार में रेड लाईट थेरैपी दी जा सकती है.... रेड लाईट थेरैपी. जिसे फोटोक्रोमटिक थेरैपी भी कहा जाता है, चिकित्सा विकारो, मौसमी भावात्मक विकार और नीन्द सम्बन्धी विकारो के इलाज के लिये उपयोग कि जाती है... मौसमी भावात्मक विकार सर्दियो में शुरू होता है और बसन्त या शुरूआती गर्मियो तक रहता है... सर्दियो के दौरान कम धूप होने के कारण मस्तिष्क में सेरोटोनिन हार्मोन कम बनता है.