छोटी जो बड़ी वो रिनछिन के पेंसिल बॉक्स में रबर, शार्पनर और पेंसिल थींं। रिनछिन ने दो और नई पेंसिलें खरीदीं। नई पेंसिलों को भी उसने बॉक्स में रख दिया। एक नई पेंसिल बोली, “मैं लाली हूं। यह हरियन है। आज से हम भी इस बॉक्स में रहेंगे।” रबर ने जवाब दिया, “स्वागत है। यह शार्पनर है।” बॉक्स की पेंसिल बोली, “मैं नीलू हूं। कभी मैं भी तुम्हारी तरह नई थी। इतनी ही लंबी थी। आज देखो, मैं रबर की तरह छोटी हो गई हूं।” यह कहकर नीलू सुबकने लगी। तभी रिनछिन ने लाली और हरियन को बॉक्स से बाहर