कहानी - पाप का बँटवारा नरेश लाल के रिटायरमेंट में एक साल रह गया था .उसकी पत्नी दो साल पहले ही दुनिया से रिटायर हो चुकी थी .नरेश राज्य सरकार में नौकरी कर रहा था . वह ग्रेजुएट तो था , मगर बहुत मुश्किल से उसे क्लर्क की नौकरी मिली थी और अब नौकरी का अंतिम पड़ाव आते आते सेक्शन अफसर बन गया यानि बड़ा बाबू . नरेश बहुत सीधा साधा इंसान था .उसके तीन बच्चे थे .सबसे बड़ा बेटा सुरेश , उसके बाद दूसरा बेटा मुकेश और सबसे छोटी बेटी गीता . उसके तीनों बच्चे सैटल कर