बंधन प्रेम के - भाग 8

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अध्याय 8जिस रहस्य को शांभवी मेजर विक्रम को सुनाना चाहती थी, वे उसे ध्यान से सुन रहे हैं।आगे उत्सुकता व्यक्त करते हुए मेजर विक्रम ने पूछा- तो शौर्य जी के पिता कैप्टन विजय का आगे क्या हुआ शांभवी?बाद के किस्सों में हम उनके बारे में बहुत कम सुन पाते हैं....शांभवी -आगे की कहानी अद्भुत साहस और विजय की कहानी है मेजर साहब.... अपना सब कुछ खोकर भी कोई जंग कैसे जीतता है.... मेजर विक्रम ध्यान से सुनने लगे..... (19) कैप्टन विजय दो दिनों बाद घर लौटे।उन्होंने अपने आने की सूचना पहले ही दे दी थी।आर्मी की गाड़ी क्वार्टर तक छोड़ने