अब तक आपने पढ़ा सिया रघुबीर के साथ वेलेंटाइन डे मनाने के लिए जाती है।अब आगें .....रघुबीर ने मजाकियां अंदाज़ में कहा - जहाँ मेरे दिल की मलिका जाना चाहें , वैसे हमने तो आज गुज़री महल जानें का सोचा हैं।मैंने ख़ुश होकर कहा - वाह , प्रेम की निशानी !प्रेम की एक निशानी लाल गुलाब भी होता हैं , वो तो तुम्हें देना नहीं हैं - हँसकर रघुबीर ने मुझें देखते हुए कहा औऱ कार स्टार्ट कर दी।कार सुंदर रास्तों से होतीं हुई तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ रहीं थीं। रघुबीर अलग ही अंदाज़ में लग रहें थे। बातचीत