अमावस्या (लंबी कहानी)

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अमावस्या ** ‘ये आपने बहुत बुरा किया शाब। बहुत ही बुरा किया।पता नहीं भगवान आपको? कहते हुये वह अचानक ही थमा फिर आगे बोला ‘वह नादान और भोली लड़की आपको प्यार नहीं करती थी।वह आपकी पूजा करने लगी थी।दिन-रात आपकी तपस्या करती थी वह।इतना अधिक प्रेम करती थी आपको कि वह फूलों से आपका नाम ज़मीन पर लिख-लिखकर उसे दिन में न जाने कितनी ही बार नमन किया करती थी।आपका उसने बहुत इंतजार किया था।बहुत रोई थी आपके न आने पर।और एक दिन अचानक ही जब अपना दुख बर्दाश्त नहीं कर सकी तो नीचे घाटी में कूद मरी।ऐसी गहराई तक