ये कहानी है उस दौर की जब बिना जियोमेट्री बॉक्स के लकीरे सीधी खींची जाती थी..बिना किसी ग्रेफाइट पाउडर के बात लिखी जाती थी..उस वक्त कहानियां तो बहुत थी पर किसे पता था एक और कहानी कही दूर लिखी जा रही है। "स्कैलेंसिल की कहानी (स्केल+पेंसिल)" तो बात है 2650 ईसा पूर्व की जब दुनिया ने पहली बार सीधी लकीर खिचने की कला सीखी। ये कला दुनिया को एक तांबे के टुकड़े ने सिखाया। उसने दुनिया को सीधा रास्ता दिखाया। लोगो को अब टेढ़ा है पर मेरा है वाला कॉन्सेप्ट भूल कर, सीधा है और साधा है वाला कॉन्सेप्ट पता