कैक्टस के जंगल - भाग 1

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कहानी संग्रह सुरेश बाबू मिश्रा **** अपनी बात साहित्य संस्कृति एवं संस्कारों का वाहक होता है। एक पीढ़ी द्वारा अर्जित अनुभव एवं ज्ञान का लाभ साहित्य द्वारा दूसरी पीढ़ी को सहज ही प्राप्त हो जाता है। यह समाज को रचनात्मक दिशा देने का कार्य करता है। इस समय पूरा देश और समाज कोरोना आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है। प्रतिदिन लाखों नये संक्रमित मिलना और हजारों लोगों के असमय निधन का समाचार अन्तर्मन को झकझोर कर रख देता है। आपदा के इस दौर में साहित्य मन को संयत रखने का सबसे सरल और सशक्त माध्यम है। साहित्य पढ़ने