बंधन प्रेम के - भाग 6

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...............रात धीरे-धीरे बीत रही है लेकिन शांभवी और मेजर विक्रम के लिए जैसे वक्त ठहर गया है । शांभवी मेजर विक्रम को अपने अतीत की कथा सुनाने लगी.................. ............आज कॉलेज का पहला दिन है। कॉलेज के मुख्य द्वार पर गहमागहमी है और बहुत से लड़के लड़कियां चहलकदमी कर रहे हैं। कुछ लड़के और लड़कियां छोटे-छोटे झुंड में हैं और बातों में मशगूल हैं। कॉलेज के सायकल स्टैंड में अपनी दुपहिया खड़ी कर एक लड़का सकुचाया हुआ सा नोटिस बोर्ड की ओर बढ़ता है।एक-दो और विद्यार्थी जो फर्स्ट ईयर के ही होंगे, पहले से टाइम टेबल नोट कर रहे हैं।नोटिस बोर्ड