में और मेरे अहसास - 73

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परिश्रम को इबादत समज l कामयाबी इनायत समज ll   कई तरह के इन्सां यहां l क़ायनात हकीहत समज ll   जीस्त तंदुरुस्त रख सदा l खुदा की सखावत समज ll १-२-२०२३    जिंदगी में अपना किरदार निभा लो l जीवन की बगिया खुशी से सजा लो ll   जाने पाला पल वापिस नहीं आता l जिंदगानी में हर लम्हे का मजा लो ll   भरोसा रख बनाने वाले पर सखी l सीने में जीने का जुनून जगा लो ll १-२-२०२३    माता पिता   करो जतन माता पिता का तन मन धन से l तुम्हें कुछ लायक बनाया तन