दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 32

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    नमस्कार दोस्तों। आशा करता हु की आप सब ठीक ही होंगे। आज मे लेखक वरुण पटेल फिरसे हाजिर हु आप के बिच हमारी बहुत ही मजेदार कहानी दो पागल के एक और अंक के साथ लेकिन मेरी बिनती है आप सब लोगो से कि अगर आपने आगे के ३१ अंको को नहीं पढा है तो सबसे पहले उन अंको को पढले ताकी आपको यह अंक अच्छे से  समझ आए।     आगे आपने देखा की केसे जीज्ञा और रुहान दोनो बेदर्दी से अलग हो जाते हैं और बिना मुलाकात किए जीज्ञा अहमदाबाद जाने के लिए निकल जाती है।