दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 28

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 दुःख पत्र      नमस्कार दोस्तों। आशा करता हु की आप सब ठीक ही होंगे। आज मे लेखक वरुण पटेल फिरसे हाजिर हु आप के बिच हमारी बहुत ही मजेदार कहानी दो पागल के एक और अंक के साथ लेकिन मेरी बिनती है आप सब लोगो से कि अगर आपने आगे के २७ अंको को नहीं पढा है तो सबसे पहले उन अंको को पढले ताकी आपको यह अंक अच्छे से समझ आए।      आगे आपने देखा की कैसे सभी दोस्त अनाथ बच्चीयो के साथ अपना दिन सुकुन के साथ बिताते है और इस तरफ संजयसिह भी अपना दिन