एक रूह की आत्मकथा - 34

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स्वतंत्र की पत्नी उमा अपने पति स्वतंत्र से परेशान थी।फिर भी उसे छोड़ना नहीं चाहती थी क्योंकि वह जानती थी कि पुरुष के संरक्षण से आज़ाद स्त्री को ग़ुमराह करने वाले इस समाज में बहुत हैं। उसे अपनी बचपन की दोस्त मीता याद है। मीता को किशोरावस्था से ही एक युवक से प्यार हो गया था पर वह युवक लम्पट निकल गया ।उसने मीता को धोखा दे दिया।मीता डिप्रेशन में चली गई।काफी इलाज के बाद वह ठीक हुई तो उसकी माँ ने उसे उसके ननिहाल भेज दिया।बिहार के एक गांव में मीता का ननिहाल था। मीता को अपने ननिहाल के