मानभंजन--भाग(१)

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मानभंजन का अर्थ है,सम्मान के टुकड़े टुकडे़ हो जाना जो कि इस कहानी की नायिका के साथ हुआ,उसने जिससे सबसे अधिक प्रेम किया,जिस पर विश्वास किया उसी ने समाज में उसका मान गिरा दिया, नायिका ने किस प्रकार अपने अपमान का बदला लिया,वो इस कहानी में दर्शाया गया है..... समृद्धिपुर गाँव के एक मन्दिर में एक पागल के पीछे पीछे कुछ बच्चे भाग रहे हैं,उसे चिढ़ा रहे हैं सता रहे हैं,फिर उस पागल ने परेशान होकर एक पत्थर उठाकर एक बच्चे के सिर पर मार दिया जिससे उस बच्चे के सिर पर चोंट लग गई और खून बहने लगा,उस बच्चे