“उन्होंने तुमसे क्या काम करवाया था?“ नर्मदा ने अपनी कांपती आवाज़ में पूछा। “जो काम वोह करवाते थे उसमे मैं फिट नहीं होता था जिस दिन वोह लोग हमे उठा कर अपने गोडाउन में ले गए थे, उस दिन मैंने भागने की कोशिश की थी, और जब उन्होंने मुझे पकड़ लिया, तोह मैने उन गुंडों में से एक की गन छीन ली और उसे उसकी जांघ पर गोली मार दी।”नर्मदा ने थूक गटक लिया और अपना हाथ अपने मुंह पर ढक लिया। “तुम मज़ाक कर रहे हो ना।”“नही। मैने ट्रिगर दबाया था, और आज तक, मैं यह नहीं जान पाया