तमाचा - 18 (शोर)

  • 3.7k
  • 2k

हाथ में पेंपलेट लिए हुए कॉलेज के कुछ विद्यार्थी कॉलेज के मुख्य गेट पर खड़े थे और सभी आने वाले विद्यार्थियों को पेम्पलेट बाँट रहे थे और साथ ही दिव्या को जिताने का आग्रह कर रहे थे। कॉलेज में चुनावों का माहौल तीव्र गति के साथ आगे बढ़ रहा था। थोड़ी देर में दिव्या की गाड़ी कॉलेज में प्रवेश करती है। दिव्या को आज पहली बार ऐसे भीड़ के सामने भाषण देना था । जिसके लिए वह बिलकुल भी तैयार नहीं थी। सिर्फ अपने पापा की इच्छा पूर्ति के लिए आज उसे उस चुनाव के दलदल में पैर रखना पड़ेगा।