जीवन की डोर ( स्त्री का प्यार सबके नसीब में नहीं होता ) स्त्री का प्यार सबके नसीब में नही होता, वो जीवन में सिर्फ़ एक ही मर्द से , दिल से प्यार कर पाती हैं , वो मर्द उसका प्रेमी हो या फिर पति , वो टूट क़र जीवन में एक बार ही , किसी मर्द को चाहती हैं ।स्त्री उस मर्द के कंधे पर अपना सर , रख सुकून से सो पाती हैं , उससे प्यार की दो बाते कर पाती हैं , उससे वो अपने सारे राज बता सकती हैं , उसे बेपनाह प्रेम कर सकती हैं