दीवाली ने आपको और मुझे बहुत सारी खुशियाँ दीं और हर साल की तरह कुछ ही घंटों मे बीत गई, जैसा की मैंने अपने पिछले किस्से मे आपसे साझा किया। दीवाली की छुट्टियों के बाद कल से बच्चों के स्कूल बापस खुलने वाले हैं. जिस प्रकार आज का दिन कुछ ही घंटो में समाप्त होने वाला है वैसे ही मेरे मोबाइल का रिचार्ज भी, मैं ये सोच ही रहा था कि तभी पीछे से श्रीमती जी की आवाज आई, ‘क्या कर रहे हो पिताजी?’ अर्थात बच्चों के पिताजी, यही कह कर वह मुझे पुकारती है। जैसे आपके घर मे एजी,