यश, अपनी जगह खड़ा होकर- क्या गाना था अवनी.... तुम्हें तो यार सिंगर होना चाहिए, सच में मैं तो फैन हो गया तुम्हारा....रिया, तालियां बजाते हुए खड़ी होकर- क्या दर्द है, क्या सुर है तेरी आवाज़ मेंतेरी यह आवाज कहीं हमें दीवाना ना बना दे,सब मुंह फाड़कर रिया की ओर देख रहे थे, रिया सब की तरफ देख कर- शायरी पर मत जाओ, भावनाओं पर जाओ यार,,,,,,,,श्रेया, रिया के कंधे पर हाथ रखकर- समझ गए हम, तु क्या कहना चाहती हैं (फिर अवनी की तरफ देख कर) सच में अवनी तुम्हें तो अर्जित सिंह के साथ गाना चाहिए यार.....करण- हां