मुस्कराते चहरे की हकीकत - 16

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अगले दिन सुबह 6:00 बजे अवनी और निशा भोपाल पहुंची, उन्हें ले जाने के लिए ऑफिस से ही ड्राइवर आया था तो दोनों सीधा ऑफिस के लिए ही निकल गई,,,,,अवनी ऑफिस पहुंचती है अंदर जाते ही सब अवनी को देख कर खड़े हो जाते हैं, कुछ देर में तरुण, वीरेंद्र और कंपनी के बाकी बड़े मेंबर भी आ जाते हैं। अवनी बाकी सबकी तरफ देखती है फिर तरुण और वीरेंद्र के सामने जाकर- गुड मॉर्निंग सर...तरुण सिंघानिया- गुड मॉर्निंग अवनी... आने में कोई प्रॉब्लम तो नहीं हुई..अवनी- नॉ सर....तरुण सिंघानिया- अवनी दो महीने से तुमने कंपनी के लिए जो मेहनत