Ab kya kare ? होटल के बहार आकर अभय ने प्रिया को कार के अंदर धकेल दिया। और खुद भी उसके पास बैठ गया। उनके बैठते ही ड्राइवर ने कार बंगलो की तरफ ले लिया। बंगलो पर पहुंच ते ही अभय ने दोबारा से प्रिया को गोद मे उठा लिया और अंदर जाने लगा। अभय के बढते एक एक कदम के साथ प्रिया की धडकने भी बढ रही थी। अभय कमरे के सामने आया और लात मार कर दरवाजा खोल दिया। दरवाजे की आवाज इतनी तेज थी की कुछ पल को प्रिया की धडकने भी रुक गई। अंदर आने के