नाजायज रिश्ते का अंजाम (अंतिम भाग)

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पहले राजेन्द्र माया का पूरा ख्याल रखता था।उसकी सुख सुविधा और जरूरत का ध्यान रखता था।और शाम को समय से घर लौट आता था।पर प्रतिभा के सम्पर्क में आने के बाद उसका ज्यादा समय उसके साथ गुजरने लगा।कम्पनी से निकलने के बाद वह प्रतिभा के साथ कही न कही चला जाता।इसलिए वह घर देर से लौटने लगा।"देर से क्यो आये?"माया,राजेन्द्र से देर से आने का कारण पूछती तो वह कोई न कोई बहाना बना देता।राजेन्द्र के रोज देर से घर लौटने पर माया को सन्देह हुआ।और एक दिन माया,राजेन्द्र के ऑफिस जा पहुंची।"राजेन्द्र अंदर ऑफिस में है?"माया ने गेट पर