देव सिंघम ने एक गहरी सांस भरी फिर अपनी जेब में हाथ डाल कर सिगरेट की एक डब्बी निकाली और उसमे से एक सिगरेट निकाल कर अपने होठों से लगा ली। उसे जलाने के बाद, उसके कश भरने लगा। वोह अपने कॉटेज के बाहर खड़ा उस शांत पड़ी झील को देख रहा था। वोह "सिंघम झील" सिंघम फैमिली के कब्जे में थी जो साथ ही सिंघम, प्रजापति और सेनानी प्रांतों की सीमाओं को अलग करती थी। जंगली गुलाबों की सुगन्धित महक, जो उस क्षेत्र के चारों ओर बहुतायत में उगती थी, अब कहीं हवा में लुप्त हो गई थी, जिससे